जान फसरी लगा ल जहर हमरो के देजा
जान फसरी लगा ल जहर हमरो के देजा
(मत रोवा जब तू रोवेलू त फाटे ला करेजा)2
(कहांवा से भाईल शुरू कहां लेकर आईल समैया
दुनिया के रीत ह पुराना ई राधा के ना पवले कन्हैया)2
(लोग के तमाशा हवे दुख केहू के ए जा)2
(मत रोवा जब तू रोवेलू त फाटेला करेजा)2
दिनवां बज्जर बा गुंजन के भइल पहार बाटे रात हो
जियाते जी ना मिले दी जमाना मरके होई मुलाकात हो
दिनवां बज्जर बा कुंदन के भइल पहार बाटे रात हो
जियाते जी ना मिले दी जमाना मरके होई मुलाकात हो
(सपना के अपना अब सब आस अब तेजा)2
(मत रोवा जब तू रोवेलू त फाटेला करेजा)2

